ऐसे लोगों को जीवन भर कभी सुख नहीं मिलता… आचार्य चाणक्य

ऐसे लोगों की जिन्हें जिंदगी में कभी भी सुख नहीं मिलता. चाहे वह कितनी भी कोशिश क्यों न कर ले. उन्हें कभी सुख- समृद्धि उपलब्ध नहीं हो पाती. पैसा तो आता जाता रहता है. लेकिन सुख- शांति एक बार चली जाए. तो उसका आना मुश्किल हो जाता है. इसलिए हमें पैसों से ज्यादा हमें सुख- शांति की तरफ ध्यान देना चाहिए. इसलिए आचार्य चाणक्य कहते हैं, कि ऐसे लोगों को कभी शांति नहीं मिलती, जो अपने मां- बाप का दिल दुखा कर अपना घर बसाते है.

आचार्य चाणक्य कहते हैं, कि जिस व्यक्ति का किसी की नजरों में उसका मोल नहीं होता. ऐसे व्यक्ति को ना तो लोगों के बीच इज्जत मिल पाती है, और ना समाज में. तथा ऐसे लोग अकेले ही रह जाते हैं. इसलिए ऐसे लोगों को अपने कर्म दूसरों के साथ अच्छा बना कर रखना चाहिए. और दूसरों से अच्छा बर्ताव करना चाहिए. तभी आपको मन की शांति और सुख प्राप्त हो सकता है.इसलिए अपने से बड़ो का कभी भी दिल नही दुखाना चाहिए और न ही उनका कभी अपमान करना चाहिए .

चाणक्य इस श्लोक में कहते हैं कि निवास स्थान अगर बदनाम हो तो वहां नहीं रहना चाहिए, क्योंकि वहां रहने वाले लोग बुरे होते हैं. ऐसी जगह व्यक्ति के रहने के लिहाज से सबसे खतरनाक होती है. यहां सिर्फ हानि होती है. इसका बुरा असर संतान के भविष्य पर भी पड़ता है.चाणक्य के मुताबिक गलत कार्यों में लिप्त रहने वाले व्यक्ति की सेवा करना अधर्म माना जाता है. ऐसे व्यक्ति का साथ मनुष्य को बर्बाद कर देता है. इनके संगत में अच्छा व्यक्ति भी दुष्ट हो जाता है. इसलिए ऐसे लोगों की सेवा कभी नहीं करनी चाहिए.

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