यह कौनसा पक्षी है जो पेड़ों पर नहीं बनाता अपना घोंसले
तीतर एक जंगली पक्षी है। यह झाड़ियों में रहना काफी पसंद है। इसके शरीर का रंग भूरा होता है। कई प्रदेशों में यह काले रंग का भी पाया जाता है। तीतर झाड़ियों में आसानी से छुप सकता है। आइये इस आर्टिकल में तीतर से जुड़े और भी तथ्यों को जानते हैं।
तीतर के महत्वपूर्ण बातें एवं रोचक तथ्य
पूरी दुनिया में तीतर की कुल 4तीतर अफ्रीका, यूरोप और एशिया में पाए जाते हैं। लेकिन यह अपनें भारत में अधिक संख्या में मिलते हैं। यहां भूरे तीतर तथा काले तीतर की दो प्रजातियाँ पायी जाती है।
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तीतर जमीन पर काफी तेज दौड़ते हैं। क्योंकि इनमें उड़ने की छमता कम होती है।
तीतर हमेशा कम झाड़ियों वाले मैदान में ही अपना निवास बनाता है।
अन्य पक्षियों की तरह तीतर पेड़ पर घोसला नही बनाते बल्कि यह छोटी झाड़ियों की तली में अपना घोसला बनाता है।
इसका पसन्दीदा भोजन दीमक,किट पतंगे तथा कीड़े मकोड़े होते हैं।
तीतर के पंजे काफी नुकीले होते हैं। इनके पंजों में एक नुकीला कांटा पाया जाता है। जिसे खार कहते हैं। तीतर अपनें विरोधी पर इसी खार से वार करते हैं।
तीतर की आवाज काफी तेज और कर्कश होती है। इसके अजीब रंग के कारण इसे मैदानों में देख पाना मुश्किल हो जाता है।
एक वयस्क तीतर का वजन लगभग 300 ग्राम होता है। इसकी लंबाई 30 सेमी होती है।
प्रजनन काल में मादा तीतर 5 से 8 अंडे देती है। नर तीतर अंडों को सेता है।
इनका जीवन काल औसतन 8 वर्ष का होता है। शिकारी इस पक्षी का शिकार मांस के लिए करते हैं। तीतर इस समय बिलुप्त होनें की कगार पर हैं। यह पक्षी कुछ दिनों में हमें देखनें को नही मिलेगा। इसलिए इसे हमें बचानें का प्रयास करना चाहिए।