रहस्यमय 4 हथियार जो अब भारत में कभी नहीं बन पाएंगे, महाभारत मे चले थे यह हथियार
आज के समय में महाभारत काल के अस्त्र शस्त्र को मिथक माना जाता है। लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे शास्त्रों के बारे में जो कलयुग में ना बनाए गए हैं और शायद ना कभी बनाए जाएंगे। ऐसे शास्त्र केवल त्रेता युग द्वापर युग में प्रयोग किए गए हैं। तो आइए दोस्तों जानते हैं उन 4 महाशक्तिशाली शस्त्रों के बारे में जोकि अपने आप में बेहद रहस्यमई है।
1. सुदर्शन चक्र। सुदर्शन चक्र एक ऐसा शास्त्र है जिसको यदि किसी पर छोड़ दिया जाए तो वह लक्ष्य का पीछा करके उसका वध करके वापस उसी जगह लौट जाता था जहां से उसे छोड़ा गया हो। सुदर्शन चक्र भगवान विष्णु के कठोर तप करने पर भगवान शिव ने उन्हें दिया था। सुदर्शन चक्र द्वापर युग में भगवान श्रीकृष्ण को मिला था।
2. ब्रह्मास्त्र। ब्रह्मास्त्र भगवान ब्रह्मा ने बनाया था। ब्रह्मास्त्र सबसे खतरनाक शास्त्रों में से एक था, जो कि बहुत घातक और बिल्कुल अचूक था। इसकी विद्या केवल अर्जुन द्रोणाचार्य और ऐसे कुछ महारथियों को ही प्राप्त थी।
3. पाशुपतास्त्र। यह अस्त्र भगवान शिव के द्वारा बनाया गया था। यह अस्त्र इतना खाता था कि अभी उसको चलाया जाए तो यह पूरे संसार का विनाश कर देगा। यह हथियार केवल अर्जुन के पास ही था लेकिन उन्होंने इसका प्रयोग कभी नहीं किया।
4. ब्रम्हशीर्षा अस्त्र। यह अस्त्र भगवान ब्रह्मा ने बनाया था और यह ब्रह्मास्त्र से 4 गुना ज्यादा प्रभावशाली था। महाभारत में इस अस्त्र को चलाने का ज्ञान केवल परशुराम, द्रोणाचार्य, कर्ण अर्जुन और अश्वत्थामा को ही प्राप्त था।
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