बार-बार पलकें झपकाना इस बीमारी का है संकेत, जल्दी जानिए
आपने कई लोगों को देखा होगा जो अपनी पलकों को एक सेकंड में कई बार झपकाते हैं, हालांकि आप सोचते होंगे कि ऐसा क्यों है, इसके अलावा इस समस्या के साथ आंखों में खुजली होना या आंखें चौंधिया जाना भी देखा जाता है। ये एक बीमारी का संकेत हो सकता है जिसे ब्लेफेरोस्पाज्म कहा जाता है। एक नार्मल इंसान एक मिनट में लगभग 12 बार अपनी पलकों को झपकाता है, एक दिन में 10,000 बार और एक साल में 1 करोड़ बार। इससे ज्यादा बार पलकों को झपकाना ब्लेफेरोस्पाज्म के लक्षण है। आईए जानते हैं।
क्या होता है ब्लेफेरोस्पाज्म
ब्लेफेरो का मतलब पलक होता है और स्पाज्म का मतलब आंखों की मांसपेशियों का सिकुड़ जाने को कहते हैं। ब्लेफेरोस्पाज्म बीमारी में आंखों की पलकों को बार-बार झपकाने की आदत हो जाती है और इससे आंखों में दर्द की समस्या हो जाती है जिस कारण आंखों की नजर को बेहद नुक्सान पहुंच सकता है।
ये है इस बीमारी का इलाज
इस बीमारी का इलाज आमतौर पर न्यूरोलॉजी सब-स्पेशिएलिटी द्वारा किया जाता है। इसका इलाज ब्लेफेरोस्पाज्म मूवमेंट डिसऑर्डर के डॉक्टर्स करते हैं। इसका इलाज आई स्पेशलिस्ट भी कर सकते हैं। ये बीमारी अगर 12 साल या उससे अधिक उम्र के इंसान को है तो इसका इलाज आसानी से किया जा सकता है।
आंखों के लिए एक्सरसाइज
- चेहरे को सामने की ओर सीधा रखें और आंखों की पुतलियों को ज्यादा से ज्यादा ऊपर की ओर ले जाएं। पलकों को न झपकाएं और पुतलियों को तब तक ऊपर रखें जब आंखों में जलन और पानी न निकलने लगे। इसी तरह चेहरे को सामने सीधा रखें और पुतलियों को नीचे की ओर लाएं, दाएं और बाएं करें। इसके बाद पुतलियों को घड़ी की दिशा और घड़ी की सूई की विपरीत दिशा में घुमाएं। इसके बाद आंखों को थोड़ी देर बंद करके आराम दें।
- आंखों को आराम से बंद करें और अपनी हथेलियों को कस-कर तब तक रगड़ें जब तक ये गर्म न हो जाएं, गर्म हो जाने पर इन हथेलियों को आंखों पर रखें। 2 से 3 बार ऐसा करने से आंखों को आराम मिलता है।
- आंखों को ढीली बंद करें और चेहरे को तनावमुक्त रखें। अब मन आकाश की तरफ केंद्रित करें। थोड़ी देर कुछ भी सोचना बंद कर दें।
- इस समस्या के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें। उन्हें अपनी पूरी समस्या बताएं तो वे आपकी इस समस्या में पूरी मदद कर पाएंगे।
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