बांसुरी की धुन, से गाय पर काबू पाने का अनोखा तरीका

हरियाणा के हिसार जिले की लाडवा गोशाला में आप जैसे ही प्रवेश करेंगे आपको कुछ अद्भुत नज़र आएगा। गोशाला में आपको बांसुरी की धुन मंत्रमुग्ध कर देगी। गोशाला में बज रही बांसुरी की धुन के पीछे की कहानी बेहद रोचक है। गोशाला में खड़ी गाये कुछ दिन पहले तक काफी हिंसक थीं। हिंसक होने की वजह से इनके मालिक इन्हें गोशाला में छोड़ गए थे।

हिंसक गायों पर काबू पाने के लिए गोशाला में आए एक संत ने उपाया बताया। उपाय के मुताबिक गोशाला में बांसुरी की धुन बजाई जाए।लाडवा गांव के प्रधान आनंद राज के मुताबिक संत ने तर्क दिया था कि जिस तरह से भगवान श्रीकृष्ण की बांसुरी की धुन सुनकर गायें मंत्रमुग्ध हो जाती थी, उसी तरह से बांसुरी की धुन से हिंसक गाय काबू में आ जाएंगी। और आश्चर्य ये है कि ऐसा ही हुआ।

गोशाला में बांसुरी की धुन बजने से शांत गायें

गोशाला संचालकों को उम्मीद नहीं थी की बांसुरी की धुन से गाये वाकई हिंसक प्रवृति छोड़ देंगी। लेकिन जल्द बांसुरी की धुन का असर गायों पर दिखने लगा। कुछ ही दिनों में गोशाला में सबकुछ बदल गया। जो गाये किसी को पास नहीं फटकने देती थी वो एकदम शांत रहने लगी।

बांसुरी की धुन सुनकर बच्चों दूध पिलाने लगती हैं गायें

गोशाला संचालकों की माने तो जैसे ही गोशाला में बांसुरी की धुन बजती है आस-पास घूम रही गायें खुद गोशाला आ जाती हैं। हैरानी की बात तो ये है कि जो हिंसक गाय कुछ दिन पहले तक किसी को पास फटकने नहीं देती थी वो दूसरी गायों के बच्चों को दूध पिलाने लगी हैं। हालाकि जो भी ये बात सुन रहा है उसे अपनी कानों पर यकीन नहीं हो रहा, लेकिन सच ये है कि हरियाणा के हिसार में ऐसा अद्भुत कारनामा हो रहा है। अभी भी यकीन नहीं हो रहा तो खुद जाकर देख लीजिए।

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