जोश और ताकत को बढाने के लिए करते थे पुराने जमाने में राजा लोग इस चीज़ का सेवन

जैसा कि हम सभी जानते हैं की प्राचीन काल में राजा महाराजा एक ही समय में कई कई पत्नियां रखते थे। एक से अधिक पत्नियां रखने के लिए पैसे के साथ साथ शक्ति की भी आवश्यकता होती है। पुराने जमाने में एलोपैथिक दवाइयों का चलन नहीं था। आयुर्वेदिक दवाइयों के सहारे राजा महाराजा एक से अधिक पत्नियां भी रखते थे और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते थे। हमारे हमारे पूर्वजों की आयु हमसे अधिक होती थी। और वह हम से शक्तिशाली होते थे। आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसी ही एक शक्तिशाली विधि के बारे में जो आप के घरेलू संबंधों के लिए बहुत उपयोगी होगी।

आवश्यक वस्तुएं

. त्रिफला चूर्ण 6 ग्राम, हरड़, आंवला और बहेड़ा को 1 2 3 के अनुपात में मिलाकर चूर्ण तैयार कर ले।

. 2 ग्राम तिल का तेल

. 12 ग्राम शहद

चूर्ण बनाने के बाद इसमें तिल का तेल और शहद मिलाकर अच्छी तरह चटनी बना ले।

उपयोग विधि

रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध के साथ आधा चम्मच ले। सुबह खाली पेट गर्म दूध के साथ किया गुनगुने पानी से आधा चम्मच ले सकते हैं। इसके नियमित इस्तेमाल से ना सिर्फ शरीर की क्षमता बढ़ेगी कल की पेट से संबंधित सभी रोग समाप्त हो जाएंगे। इस दवा का सेवन नियमित रूप से 1 माह तक करें। यह दवा रोगी को निरोगी, नामर्द को मर्द, कमजोर को शक्तिशाली बनाती है। इसका नियमित इस्तेमाल आप के घरेलू संबंधों पर भी पड़ेगा और पत्नी के साथ मधुर संबंध रहेंगे।

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