जानिये अशोक के पेड़ से होने वाले चमत्कारिक लाभ, जिन्हें अपनाने से घर रहेंगी सुख शांति

अशोक वृक्षः-अशोक का वृक्ष हिन्दू समाज में काफी लोकप्रिय एवं लाभकारी है। अशोक का शब्दिक अर्थ है,किसी प्रकार का शोक न होना। अशोक का पेड़ जिस स्थान पर होता है। वहां पर किसी प्रकार शोक व अशान्ति नहीं रहती है। मांगलिक एवं धार्मिक कार्यो में अशोक के पत्तों का प्रयोग किया जाता है। इस वृक्ष पर प्राकृतिक शक्तियों का विशेष प्रभाव रहता है।जिस कारण यह वृक्ष जिस जगह पर लगा होता है। वहां पर सभी कार्य पूर्णतः निर्बाध रूप से सम्पन्न होते है। इसी कारण अशोक वृक्ष भारतीय समाज में काफी प्रासंगिक है। अब हम अशोक वृक्ष के विभिन्न उपायों के बारे में नीचे बता रहे हैं । जिनका उचित रूप में प्रयोग करके अधिक से अधिक लाभ अर्जित किया जा सकता है।

1 किसी भी शुद्ध मुर्हूत में अशोक वृक्ष की जड़ को निकाल लें। जड़ को निकाल उसे स्वच्छ जल अथवा गंगा जल से शुद्ध करके। अपने पूजा के स्थल में मां दुर्गा के मन्त्र से 108 बार जाप करें। इसके बाद इस मूल जड़ को लाल कपड़े या लाल धागें में शरीर पर धारण करने से कार्यो में शीघ्र ही सफलता मिलने लगती है। इसकी मूल जड़ को शुद्ध करके तकिये के अन्दर रखने से वैवाहिक जीवन में परस्पर प्रेम रहता है।

2 अशोक के पेड़ पर यदि प्रतिदिन जल चढ़ाया जाये तो उस गृह में मां भगवती कृपा विद्यमान रहती है। उस मकान में रोग, शोक, गृह कलेश अशान्ति आदि समस्यायें न के बराबर रहती है। इस पेड़ पर जो जातक नित्य जल अर्पित करता है। उस पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है। प्रत्येक शुक्रवार को अशोक के वृक्ष के नीचे घी एवं कपूर मिश्रित दीपक जलाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती है।

3 अशोक के पेड़ में बहुत सारे औषधीय गुण मौजूद होते हैं और इसके तने पत्ते और फूलों को कई जगहों पर लोग सुखाकर अपने घरों में रखते है अशोक के पेड़ के बीज फूल और छालों का उपयोग टोनिक और कैप्सूल बनाने में किया जाता है और भारत में कई तरह की बीमारियों को ठीक करने के लिए अशोक के पेड़ का उपयोग किया जाता है।

4 स्त्री रोगों से जुड़ी समस्याओं के इलाज के लिए अशोक का पेड़ बहुत ही उपयोगी माना जाता है। यह स्त्रियों में मासिक धर्म से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में मदद करता है। यह जड़ी-बूटी के रूप में गर्भाशय की मांसपेशियों एवं एंडोमेट्रियम के लिए टॉनिक का काम करता है और आंत एवं पेट दर्द को नियंत्रित करने का काम करता है। इसके अलावा यह मासिक चक्र (menstruation cycle) को ठीक रखता है और मासिक धर्म की अनियमितता को खत्म करता है। यह ल्यूकोरिया और अल्सर की समस्या को भी खत्म करने में फायदेमंद होता है।

5 अशोक का पेड प्राकृतिक रूप से त्वचा के रंग को बेहतर करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह खून को प्यूरिफाई करता है और त्वचा के एलर्जी से बचाता है। यह विषाक्त पदार्थों को दूर कर त्वचा के रंग (Skin Complexion) को साफ करने में मदद करता है। अशोक के पेड़ के छाल का अर्क त्वचा के जलन को दूर करने में बहुत लाभप्रद माना जाता है।

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