जानिए भारत के सबसे बड़े ठग के बारे में,इसने अपनी ठग बुद्धि से 3 बार ताज को बेच दिया था

आपने अपनी जिंदगी में बहुत से ठगी करने वालों के बारे में सुना होगा। लेकिन आज हम आपको भारत के सबसे बड़े ठग नटवरलाल के बारे में बताने जा रहे हैं। नटवरलाल का असली नाम मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव था। नटवरलाल का जन्म बिहार के सिवान जिले में हुआ था। नटवरलाल शिक्षित इंसान था। उसने वकालत की पढ़ाई करी थी। इसके बाद उसने ठगी को अपना धंधा बना दिया था।

नटवरलाल ने तीन बार ताजमहल, दो बार लाल किला और एक बार तो राष्ट्रपति भवन को बेच दिया था। नटवरलाल ठगी के लिए राजीव गांधी और राजेंद्र प्रसाद जैसे बड़े-बड़े नेताओं का नाम इस्तेमाल करता था। नटवरलाल को 8 राज्यों की पुलिस ढूंढ रही थी। इन 8 राज्यों में नटवरलाल के 100 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे। वह हर बार जेल से फरार हो जाता था।

नटवरलाल ने 80 और 90 के दशक में बहुत बड़ी-बड़ी ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया था। नटवरलाल ठगी का पर्यायवाची शब्द बन गया था। नटवरलाल का मानना था कि अगर सरकार उसे इजाजत दे तो वह अपनी ठग बुद्धि से भारत का विदेशी कर्ज उतार सकता है। नटवरलाल को वेश बदलने और फर्जी हस्ताक्षर करने में महारत हासिल थी। नटवरलाल ने बड़े बड़े उद्योगपतियों और सरकारी अधिकारियों से भी ठगी की थी।

सन 1996 में पुलिस नटवरलाल को एम्स अस्पताल जा रही थी। उसी वक्त नटवरलाल पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। इसके बाद नटवरलाल को कभी नहीं देखा जा सका। नटवरलाल के ऊपर बॉलीवुड में एक फिल्म भी बनाई गई थी। जिसका नाम मिस्टर नटवरलाल था।

इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने मुख्य भूमिका निभाई थी। कोर्ट के अनुसार 25 जुलाई 2009 को नटवरलाल मर चुका है। वही नटवरलाल का भाई 1996 में उसकी मौत का दावा करता है।

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