चाय ताजगी देने के साथ और भी बहुत कुछ दे सकती है, जानिए चाय के ये आश्चर्यजनक फ़ायदे

चाय के बारे में क्‍या कहें, यह तो हमारी और आपकी जिंदगी से इस हद तक जुड़ चुकी है कि अब यह चाह कर भी दूर नहीं की जा सकती। सर्दियों का मौसम हो या गर्मियों की शाम, चाय पीना तो बनता ही है। कई लोगों की तो दिन की शुरुआत ही चाय से होती है और चाय पर ही खत्म। अगर आप भी चाय प्रेमी हैं और इसको अपनी जिन्‍दगी का एक अटूट हिस्‍सा मान चुके हैं, तो चलिए आज जान लेते हैं इसके कुछ स्‍वस्‍थ्‍यवर्धक गुण। प्रस्‍तुत हैं चाय पीने के फायदे-

चाय में होती हैं ये प्रोपर्टीज

यह सच है कि चाय चाहे काली चाय हो या ग्रीन चाय या किसी और फ्लेवर की, सभी चाय में एंटीऑक्सीोडेंट्स, एंटी कैटेचिन्स और पोलीफेनॉल्स होते है जो हमारे शरीर को सकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं.

आइये जानें किस प्रकार अलग-अलग तरह की चाय रंग के अनुसार हमारी सेहत को प्रभवित करती है

ग्रीन टी

हरी चाय मूत्राशय, स्तन, फेफड़े, पेट, अग्नाशय के लिए एंटीऑक्सीडेंट का काम करती है और कोलोरेक्टल कैंसर के विकास की रोकथाम में फायदा करती है. .

हृदय रोग के संभावना को कम करती है-

चाय धमनियों में रक्त का थक्का बनने की प्रक्रिया को रोकने और उसके कार्य को सुचारू रूप से करने में बहुत मदद करती है जिससे शरीर में रक्त का प्रवाह अच्छी तरह से हो पाता है। इसमें फ्लेवनाइड नाम का एन्टी-ऑक्सिडेंट होता है जो हृदय को किसी भी प्रकार के समस्या से बचने में सहायता करती है।

बॉडी को हाइड्रेटेड रखती है-

लंबे समय तक ऑफिस में हो या घर में काम करने के बाद शरीर को कुछ हाइड्रेड करने वाले फूड्स की ज़रूरत होती है। इस वक्त चाय से अच्छा दूसरा विकल्प नहीं हो सकता है जो आपको रिफ्रेश करने के साथ-साथ एनर्जी भी देती है। इसमें कैफीन की मात्रा होने के कारण दिन में ज्यादा से ज्यादा दो कप चाय पीना सेहतमंद साबित हो सकता है।

दांतों को खराब होने से बचाती है-

रोज सुबह एक कप चाय पीने से दांतों को मजबूती मिलती है और दांतों के खराब होने की संभावना कम होती है। चाय फ्लोराइड का सबसे अच्छा स्रोत होने के कारण दांतों के एनामेल को नष्ट होने से बचाती है। इसमें जो एन्टीऑक्सिडेंट का गुण होता है वह जीवाणुओं से लड़ने और मसूड़ों संबंधी समस्या से राहत दिलाने में सहायता करती है।

आपको स्लिम ट्रीम बनाता है-

कुछ वैज्ञानिक अनुसंधानों से यह साबित हुआ है कि चाय पीने पर कैलोरी बर्न होने की प्रक्रिया तेज होने लगती है। जिससे वज़न घटने की गति तेज हो जाती है।

यादाश्त तेज करती है-

कहते है चाय पीकर ताजा होने के साथ-साथ दिमाग के बंद ताले खुल जाते हैं। ग्रीन टी मस्तिष्क के मेमोरी सेल्स के काम को सही तरह से करने में सहायता करती है। इसके अलावा चाय मनोभ्रंश (dementia) और अल्ज़ाइमर रोग (alzheimer’s disease) के होने के खतरे के संभावना को कम करती है। इसलिए शायद बढ़ते उम्र के साथ लोगों के चाय पीने की आदत बढ़ने लगती है।

कैंसर होने के संभावना को कम करती है-

कुछ वैज्ञानिक अनुसंधानों से यह पता चला है कि जो लोग नियमित रूप से चार या पाँच कप चाय पीते हैं उनमें दूसरों के तुलना में ब्रेस्ट, माउथ और प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा कम होता है। वैसे अभी भी इस विषय पर काम चल रहा है। चाय में एन्टी-ऑक्सिडेंट गुण होने के कारण इसमें एन्टी-कैंसर का गुण भी होने की पूरी संभावना है।

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