कमजोर शरीर भी बनने लगेगा ताकतवर बस लगातार 7 दिनों खा लीजिये
बदलते मौसम में शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता यानि की इम्यून पॉवर कम होने लगती है ऐसी स्थिति में ये बहुत जरूरी होता है कि हम अपने खानपान का विशेष ध्यान रखें, ताकि हमारे शरीर को कीटाणुओं और अन्य बाहरी समस्याओं से लड़ने की ताकत मिल सके। किशमिश एक ऐसा ड्राइफ्रूट है जिसे बच्चे बहुत पसंद करते हैं।
गहरे हरे रंग का किशमिश तो आमतौर पर खाया जाता है ।
लेकिन क्या आपने काले रंग का किशमिश देखा या खाया है?
आज हम आपको इस काले किशमिश की खूबियों के बारे में बताएंगे जिन्हें जानने के बाद आप निश्चित तौर पर इसे खाना प्रारंभ कर देंगे –
आपको शायद जानकर हैरानी हो लेकिन काले किशमिश कैंसर को रोकने में भी सहायक है।
इन सूखे अंगूरों में फेनोलिक यौगिक पाया जाता है, जो कोलन कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में मदद करती हैं।
काली किशमिश पाचन तंत्र के लिए भी बेहद लाभदायक है।
यह आपके बाउल मूवमेंट को बेहतर बनाती हैं।
खासतौर से, काले किशमिश में फाइबर प्रचुर मात्रा में होने के कारण यह कब्ज होने की संभावना को भी काफी हद तक कम कर देती है।
काली किशमिश ओरल हेल्थ के लिए काफी अच्छे माने गए हैं।
एक शोध के अुनसार, किशमिश में एंटीमाइक्रोबियल यौगिक जैसे ओलीनोलिक एसिड, ओलीनोलिक एल्डिहाइड, लिनोलिक एसिड और लिनोलेनिक एसिड होते हैं। जो आपकी ओरल हेल्थ का ख्याल रखते हैं और आपको कैविटी व मसूड़ों की बीमारी से बचाते हैं।
एनीमिया होने पर शरीर में खून की कमी हो जाती है।
एनीमिया के कारण सुस्त और थकान महसूस होती है ।
जिससे कार्यक्षमता प्रभावित होती है। एनीमिया में पीड़ित लोगों को आयरन से भरपूर आहार लेना चाहिए।
ऐसे में काली किशमिश का सेवन फायदेमंद होता है।
इसमें मौजूद आयरन कई अन्य आयरन से समृद्ध फलों।
सब्जियों की तुलना में बहुत अधिक होते हैं। यदि आप इसका सेवन करते हैं ।
तो आसानी से एनीमिया रोग पर काबू पा सकते हैं।
काली किशमिश हृदय रोगों से लड़ने में भी मदद कर काली किशमिश में पाए जाने वाला अंथों क्योनिन्स तत्व शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेन्ट जिसका गेहरा बेगनी रंग दिल रोगो से लडने में मदद करता है ।
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