इस तरह आपका बैंक अकाउंट हो जाएगा पूरी तरह से खाली, बचने के ये हैं उपाय
अगर आप घर पर बैठे है और आपके मोबाईल पर अचानक आपके खाता से रूपया निकलने का मैसेज आता है और आप ने किसी को अपना एटीएम कोड भी नही बताया हो तो समझ लीजिए आप एटीएम क्लोनिंग का शिकार हो गये है यानि किसी फ्राड ने बना लिया है आपके एटीएम का डुप्लीकेट.
अब आप ये सोच रहे होंगे कि एटीएम का डुप्लीकेट कैसे बन सकता है यहाँ हम बता रहे हैं कि कैसे बनता है एटीएम क्लोन.
आज कल एटीएम फ्राड गिरोह सिक्योरिटी गार्ड वाले एटीएम मे एक विशेष प्रकार की चीप एटीएम मे फीट कर देते है और एटीएम की छत पर थोडी देर के लिए बैटरी से चलने वाला एक सीसीटीवी कैमरा लगा देते है जब आप उस एटीएम मे अपना का कार्ड डालते है, तो आपका सारा डेटा उस चीप मे ट्रांसफर हो जाता है और उपर लगे कैमरा मे आपका कोड़ रिकोडॅ हो जाता है ! आपके जाने के बाद एटीएम के आस पास खड़ा व्यक्ति चीप और सीसीटीवी निकाल कर चीप के डेटा से उसी नम्बर का एटीएम तैयार कर सीसीटीवी से आपका कोड़ लेकर आपके खाते से रूपया निकाल लेता है.
एटीएम फ्राड गिरोह से बचने के लिए क्या करें.
बिना सिक्योरिटी गार्ड वाले एटीएम से रूपये न निकालें.
एटीएम में घुसने के बाद विशेषकर छत पर जरूर नज़र डालें कि छत पर कोई कैमरा तो नही लगा है, आपको बता दे कि बैंक कभी भी कीबोर्ड की तरफ कैमरा नहीं लगाता है.
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बोर्ड मे अपना कोड़ टाइप करते समय उपर से दूसरे हाथ की आड़ कर दें ,ऐसे में अगर कैमरा लगा भी होगा भी होगा तो आपका कोड़ उसमे रेकोर्ड नहीं होगा.
एटीएम के अन्दर रूपये निकालते समय कोई व्यक्ति हो उसे बाहर निकलने का अनुरोध करें.
एटीएम मे किसी भी प्रकार की छेड छाड महसूस होने पर आ संदिग्ध कैमरा लगा होने पर तत्काल निकटतम पुलिस को अथवा बैंक को सूचित कर मौके पर तत्काल बुलाएँ.
अपना एटीएम कार्ड,आधार नम्बर,मोबाईल नम्बर किसी को न बताये.
सतर्कता ही धोखा धडी से बचने का सबसे बडा उपाय है.
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