आसपास है यह पौधा तो संभाल कर रख ले फल-फूल पत्ती, काम आएंगे

हमारे आसपास एक ऐसा पौधा पाया जाता है। जिसे आक और मदार के नाम से जाना जाता है। इस पौधे में इतने औषधीय गुण होते हैं। कि इसका प्रयोग आयुर्वेदिक एलोपैथिक और होमियोपैथिक सभी दवाइयों में किया जाता है। और आयुर्वेद में तो इसका प्रयोग हजारों सालों से किया जा रहा है। आज के इस पोस्ट में हम आपको मदार के कुछ औषधीय गुणों से परिचित कराने वाले हैं। तो चलिए शुरू करते हैं।

1.बवासीर में इसका प्रयोग संजीवनी बूटी की तरह काम करता है। अगर आप को बवासीर है। तो सुबह के समय सूरज निकलने से पहले एक पत्ता से में तीन बूंद मदार की दूध की डालकर खाने से कुछ ही दिनों में बवासीर की समस्या जड़ से खत्म हो जाएगी।

2.अगर आपको दमा और खांसी की समस्या है। तो मदार के 4 पत्ते और 4 चम्मच काली मिर्च पीसकर मटर के दाने जैसी गोलियां बना ले। और एक-एक गोली सुबह शाम लेने से दमा और खांसी की समस्या हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगी।

3.अगर किसी को मलेरिया बुखार की समस्या है। तो मतदार के बिना खिले हुए तीन से चार फूल ग्रुप में लपेटकर मलेरिया के रोगी को खिलाने से मलेरिया बुखार जल्दी उतर जाता है।

4.अगर किसी को बालतोड़ की समस्याएं है। तो मतदार का बना हुआ खुला हुआ फूल गुड में लपेटकर बालतोड़ पर लगाने से बाल तोड़ वहीं पर दब जाता है।

5.जोड़ों के दर्द की समस्या में मतदार के एक मुट्ठी फूल लेकर दो गिलास पानी में उबालकर इस पानी से जोड़ों को देखने से जोड़ों का दर्द बहुत जल्दी चला जाता है।

Comments are closed.