आर्थराइटिस के दर्द को कम करने के लिए न खाएं ये 5 फूड्स
आर्थराइटिस…कहने को तो यह 45 साल के बाद होता है, लेकिन आज की जीवनशैली के चलते, इस रोग से 30 से ऊपर के लोग भी हैं। यह बीमारी ज़्यादातर महिलाओं को होती है, परंतु पुरुष भी इसके शिकार हो रहे हैं। इस बीमारी में जोड़ों का दर्द होता है और उस अंग पर सूजन भी आ जाती है। इसके ट्रीटमेंट के लिए पेन-किलर्स का इस्तेमाल होता है, डाइट में वो चीज़ें खाई ही न जाएं, जिनसे सूजन और जोड़ों का दर्द हो, तो इसे कंट्रोल में लाया जा सकता है।
वैसे तो आर्थराइटिस कई (101) तरह का है, परंतु सबसे ज़्यादा होते हैं- ऑस्टियो आर्थराइटिस और रुमेटॉयड आर्थराइटिस। ऑस्टियो आर्थराइटिस का वार अक्सर उंगलियों, घुटनों और हिप्स पर होता है, लेकिन रुमेटॉयड आर्थराइटिस हाथों और पैरों मैं होता है। इस बीमारी मे अंगों को दर्द के कारण हिलाने में भी दिक्कत होती है। यदि कोई फैमिली हिस्ट्री हो तो, इस बीमारी के होने का रिस्क ज्यादा होता है। इसका कोई पक्का इलाज नहीं है, परंतु इसे प्रॉपर मेडिकेशन और डाइट की मदद से कंट्रोल किया जा सकता है| रिचार्ज के अनुसार यदि तले हुए भोजन की जगह पर वेजिटेबल्स एंड फ्रूट्स का सेवन किया जाए तो आर्थराइटिस के दर्द से बचा जा सकता है।
ओवर-हीटिड फूड:-
2008 की रिसर्च के अनुसार यह पाया गया, कि आर्थराइटिस के रोगी को अधिक टेंपरेचर पर पका हुआ खाना नहीं देना चाहिए ,अतः खाने को अधिक टेंपरेचर पर नहीं पकाएं।
शुगर:-
जरूरत से ज्यादा कोई भी चीज शरीर को नुकसान देती है इसी प्रकार अधिक शुगर के सेवन से आर्थराइटिस की सूजन बढ़ जाती है अतः अधिक शुगर का सेवन ना करें।
अल्कोहल और टबैको:-
शराब और तंबाकू हमारे शरीर के लिए बहुत हानिकारक पदार्थ हैं| इसके सेवन से ऑर्थराइटिस के दर्द में बढ़ोतरी होती है। इस के साथ शरीर में कई बीमारियों का निवेश हो जाता है। अर्थराइटिस जैसी बीमारी से बचने के लिए हेल्दी डाइट ,एक्सरसाइज एवं रेस्ट ही बढ़िया उपाय है|
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