पाकिस्तान में लोगों के पास गैस सिलेंडर भी नहीं, पॉलिथीन में गैस भरने को मजबूर, देखें वीडियो
पाकिस्तान में गैस की कमी के कई वीडियो सामने आए हैं। दो बर्तन में खाना पकाने के लिए लोग किस तरह से गैस के लिए जुआ खेलते हैं, इसके वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
पाकिस्तान का झंडा (फ़ाइल)
हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में कुछ भी हो सकता है। भुखमरी और गरीबी की कगार पर खड़े पाकिस्तान में आम जनजीवन भी दांव पर लगा हुआ है। नेताओं के पास नफरत की राजनीति के लिए समय नहीं है, इसलिए सेना आतंकियों को अपने पाले में रखने की साजिश रच रही है। अब जो लेटेस्ट तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं उन्हें देखकर आपको यकीन करना मुश्किल हो जाएगा। लोगों के पास घर में चूल्हा जलाने के लिए गैस सिलेंडर तक नहीं है। स्थिति यह है कि लोग बड़े-बड़े प्लास्टिक बैग और बारदान बैग में गैस भरकर अपने घर ले जा रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय समाचार यहां पढ़ें।
इन थैलियों को पाइप और नोजल वाले गैस चूल्हे से जोड़कर लोग अपने परिवार के लिए दिन में दो वक्त का खाना बना रहे हैं. ये जगहें आपको खैबर पख्तूनख्वा में मिल जाएंगी। लड़कों को पैदल या मोटरबाइक पर बड़ी सावधानी से प्लास्टिक की थैलियों में गैस घर ले जाते देखा जा सकता है। पहले तो आप सोच सकते हैं कि ये हवा से भरे बड़े गुब्बारे हैं। दरअसल ये गुब्बारे नहीं बल्कि रसोई गैस से भरी पॉलीथिन है।
#पाकिस्तान घरों में प्राकृतिक गैस की आपूर्ति नहीं होने के कारण, करक के निवासी प्लास्टिक की थैलियों में अपनी घरेलू जरूरतों के लिए गैस ले जाते हैं। वे सचमुच बम चल रहे हैं। करक के पास तेल और गैस के विशाल अनुमानित भंडार हैं, जबकि के #कारक लोगों को 2007 से कानूनी गैस कनेक्शन नहीं दिए गए हैं। pic.twitter.com/FMphcH6nUa
– गुलाम अब्बास शाह (@ghulamabbasshah) दिसम्बर 29, 2022
दो वक्त की रोटी के लिए जान जोखिम में डाल रहे हैं
कड़वा सच यह है कि दिन में 2 वक्त की रोटी के लिए लोग हर दिन अपनी जान जोखिम में डालते हैं। इन गुब्बारों में हवा में जल्दी आग पकड़ने वाली प्राकृतिक गैस भरी जाती है। ज़रा सोचिए… इन प्लास्टिक की थैलियों से गैस का रिसाव होता है! आग कुछ ही समय में पूरे क्षेत्र में फैल सकती है। स्थानीय लोगों में इस बात का डर है कि ऐसी घटना कभी भी हो सकती है। बांदा दाऊद शाह एक छोटा सा कस्बा है, जहां रोज रसोई गैस के लिए जान जोखिम में डालनी पड़ती है।
लाइन दो साल से टूटी हुई है
एक थैले में 3 से 4 किलो गैस ही आती है, जिसमें खाना कम ही बनता है। किस्मत अच्छी हो तो ये सर्द रातों में भी खुद को गर्म रख सकते हैं। पड़ोसी हंगू जिले के पास एक गैस आपूर्ति लाइन टूट गई है। दो वर्ष बीत जाने के बाद भी प्रशासन ने अभी तक इसे ठीक करने की जहमत नहीं उठाई है।
(इनपुट-अनुवाद)