जानिए ये बात अगर आप एटीएम इस्तेमाल करते हो
आज देशभर में शहर से लेकर गांवों तक बहुत कम लोग ऐसे बचे हैं जो एटीएम का इस्तेमाल ना करते हों लेकिन बड़ी संख्या में लोग एटीएम के दुर्घटना स्कीम के बारे में नहीं जानते। ज्यादातर लोग एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करते हैं लेकिन एटीएम में छुपे कई फायदे उन्हें पता ही नहीं होते हैं।
ऐसे में आपका जागरूक होना बहुत ही जरूरी है,क्योकि आज देश भर के ठगी के कई मामले सामने आ रहे है। जिसमें ठग नए-नए तरीके से लोगों को ठग रहे है। ऐसे में बैंक ग्राहक व लोगों का जागरूक होना बहुत ही जरूरी है।
यदि आप बैंक से जारी किए गए एटीएम कार्ड या रुपे कार्ड का उपयोग करते हैं तो बैंक ने आपका 50 हजार से लेकर पांच लाख रुपए तक का दुर्घटना बीमा कराया है तो बीमा योजना में बिना कोई राशि जमा किए विकलांगता से लेकर मौत होने तक के मुआवजे का प्रावधान है लेकिन 90 फीसदी एटीएम धारकों को इस योजना की जानकारी ही नहीं है। राष्ट्रीयकृत और गैर राष्ट्रीयकृत बैंकों के एटीएम कार्ड का उपयोग करने वाले सभी ग्राहक इस सुविधा में शामिल रहते हैं।
बैंक इसलिए नहीं करती प्रचार
एसबीआई बैंक के वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बैंक में खाता खुलने के बाद एटीएम जारी होते ही बीमा पॉलिसी ग्राहक पर लागू हो जाती है। बैंक की तरफ से बीमा कराया जाता है। हालांकि मुआवजा राशि प्रत्येक बैंक की अलग-अलग है। बैंक अपनी इस योजना का प्रचार-प्रसार इसलिए नहीं करती हैं ताकि उन्हें बीमा की राशि का क्लेम ना देना ना पड़े।
अलग-अलग होती है राशि
- क्लासिक कार्ड में एक लाख रुपए का बीमा है।
- प्लेटिनम कार्ड में दो लाख रुपए का बीमा है।
- मास्टर कार्ड में 50 हजार का बीमा है।
- मास्टर रक्षक प्लेटिनम कार्ड पर पांच लाख रुपए का बीमा है।
- रुपे कार्ड पर दो लाख रुपए का बीमा मिलता है।
दुर्घटना बीमा की ये है प्रक्रिया ऐसे मिलता है मुआवजा
- स्कीम के मुताबिक अगर किसी एटीएम धारक की दुर्घटना में मौत हो जाती है तो उसके परिवार के सदस्य को 2 महीने से लेकर 5 महीने के भीतर बैंक की उस ब्रांच में जाना होगा जहां उस शख्स का खाता था और वहां पर मुआवजे को लेकर एक एप्लीकेशन देनी होगी।
- अगर आपके पास किसी एक बैंक में एक ही अकाउंट हो या फिर उस बैंक की दूसरी ब्रांच में भी अकाउंट हो तो भी मुआवजा आपको किसी एक एटीएम पर ही मिलेगा जिससे पैसे का लेन-देन किया जा रहा हो।
- मुआवजा देने के पहले बैंक ये देखेंगे कि मौत से पहले पिछले 45 दिन के भीतर उस एटीएम से किसी तरह का वित्तीय लेन-देन हुआ था या नहीं।
गैस सिलेंडर खरीदते वक्त 50 लाख का इन्श्योरेंस
- इतना ही नहीं रसोई गैस के लिए इस्तेमाल होने वाले सिलेंडर में भी एक फायदे की बात छिपी होती है। सिलेंडर खरीदते वक्त ही उसका बीमा यानी इंश्योरेंस हो जाता है। 50 लाख रुपए तक होने वाले इस इंश्योरेंस की जानकारी लोगों को नहीं होती। गैस कनेक्शन लेते ही उपभोक्ता का 10 से 25 लाख रुपए तक का दुर्घटना बीमा हो जाता है। इसके तहत गैस सिलेंडर से हादसा होने पर पीडि़त इंश्योरेंस का क्लेम कर सकता है। साथ ही,सामूहिक दुर्घटना होने पर 50 लाख रुपए तक देने का प्रावधान है।
- “हर एटीएम कार्ड के साथ बीमा रहता है। ग्राहक को जागरूक होकर इसका लाभ जरूर लेना चाहिए। योजना का लाभ लेने के लिए उपभोक्ता को महीने भर में एक बार अपने कार्ड का उपयोग अवश्य करना चाहिए।”