771 साल बाद शनि ने किया मकर राशि में प्रवेश, बदलेगा इन राशियों का भाग्य, हो जाएंगे मालामाल

शनिदेव को आयु, दुख, रोग, पीड़ा, विज्ञान, तकनीकी, लोहा, खनिज तेल, कर्मचारी, सेवक, जेल आदि का कारक माना जाता है। शनि के इस राशि परिवर्तन का देश-दुनिया सहित सभी राशियों पर भी बहुत अधिक प्रभाव देखने को मिलेगा। कुछ राशियों के दिन पलट जायेंगे तो कुछ की शामत आने वाली है। तो आइए जानते हैं शनि के राशि परिवर्तन के प्रभाव के बारे में….

इन्हें लगेगी साल 2021 में साढ़ेसाती और ढैय्या

शनि का मकर राशि में प्रवेश होने के बाद वृश्चिक राशि के जातक साढ़ेसाती और वृषभ, कन्या राशि के जातक ढैय्या से मुक्त हो जायेंगे। इसके साथ ही कुंभ राशि पर साढ़ेसाती और मिथुन व तुला राशि के जातक ढैय्या के प्रभाव में आ जाएंगे। कुछ राशियां इस दिन से शनि के प्रकोप से मुक्त होंगे वहीं कुछ शनि शनि के प्रकोप में आ जाएगी।

शनिदेव को प्रसन्न करने के सरल उपाय

  1. शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन काले कुत्ते को तेल लगाकर रोटी खिलाएं।
  2. जिस पर कोई दूसरा निशान न हो ऐसी काली गाय का पूजन कर 8 बूंदी के लड्डू खिलाकर उसकी परिक्रमा

करें, तथा उसकी पूंछ से अपने सिर को 8 बार झाड़ दें।

  1. काला सूरमा सुनसान स्थान में हाथभर गड्ढा खोदकर गाड़ दें।
  2. पीपल के पेड़ की परिक्रमा करें। सुबह सबसे प्रात:काल मीठा दूध वृक्ष की जड़ में चढ़ाएं तथा तेल का दीपक

पश्चिम की ओर बत्ती कर लगाएं तथा ‘ॐ शं शनैश्चराय नम:’ मंत्र पढ़ते हुए 1-1 दाना मीठी नुक्ती का प्रत्येक परिक्रमा

पर 1 मंत्र तथा 1 दाना चढ़ाएं और शनिदेव की कृपा प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करें।

  1. काले घोड़े की नाल या नाव की कील का छल्ला बीच की अंगुली में धारण करें।
  2. कांसे के कटोरे को सरसों या तिल के तेल से भरकर उसमें अपना चेहरा देखकर दान करें।
  3. हनुमान चालीसा पढ़ते हुए प्रत्येक चौपाई पर 1 परिक्रमा करें।
  4. काले घोड़े की नाल अपने घर के दरवाजे के ऊपर स्थापित करें। मुंह ऊपर की ओर खुला रखें। दुकान या

फैक्टरी के द्वार पर लगाएं तो खुला मुंह नीचे की ओर रखें। इन उपायों से आपके कष्ट तो दूर होंगे ही साथ में आप

पर शनिदेव की कृपा भी बनी रहेगी।

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