शिव और शनि का हुआ आगमन 26 फरवरी से 6 मार्च 2021 तक इन 2 राशियों पर रहेगी इनकी नजर, होने वाला है कुछ ऐसा

शनि का स्वभाव क्रूर और अलगाववादी परवर्ती वाला होता है अगर किसी को शनि की साढ़ेसाती चल रही है तो उसके प्रभाव देखने को मिलते हैं शनि का शुभ अशुभ प्रभाव उसकी कुंडली पर निर्भर करता है शुभ शनि अपने साढ़ेसाती और ढैय्या में जातक को खुशियाँ प्रदान करते हैं वही अशुभ शनि साढ़ेसाती और ढैय्या में जातक को ऐसे दर्द देते हैं उसको सहना मुश्किल हो जाता है।

26 फरवरी से 6 मार्च 2021 में धनु, और तुला राशि वाले जातक पर शनि की साढ़ेसाती से प्रभावित रहेंगे 6 मार्च 2021 में शनि की ढैय्या से प्रभावित रहेंगे।

शनि के दोषो से मुक्ति के लिए प्रत्येक शनिवार को अपनी छाया दान करें एक कटोरी में लोहे की कटोरी में तेल भरकर उसमें अपना मुख देखकर उस तेल की कटोरी को शनि के मंदिर में दान करदे इसके अलावा शनिवार शनिवार को सात बादाम शनि मंदिर में चढ़ाएं और किसी लंगर या भंडारे में शनिवार को कोयले का दान करें।

दशरथ स्त्रोत का पाठ करने से भी शनि की पीड़ा से मुक्ति मिलती है इसके अलावा शनिवार को चीटियों को चीनी मिश्रित आटा डाले , पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं।

सोमवार को शनिवार को काले तिल से भगवान शिव का अभिषेक करने से कर्ज और शनि के प्रभाव से मुक्ति मिलती है प्रत्येक पक्ष के प्रथम शनिवार को काले अथवा नीलेकंबल जरूरतमंद को दान करें शनि से डरे ना बल्कि अपने कर्मों को सही रखे

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