यह हैं दुनिया के 5 सबसे अजीबोगरीब डर, जो भारत में बड़ी संख्याओं में पाए जाते हैं, जान कर आप भी रह जाएंगे हैरान
सड़क को पार करने से डरना (Agyrophobia)
जो लोग इस फोबिया से ग्रस्त होते हैं, उन्हें सड़कों, राजमार्गों और अन्य मार्गों को पार करने से भय लगता है. इस डर से ग्रस्त लोगों को शहर में आराम से रहने के लिए बहुत समस्या आती है.
गुड़िया के खिलौने से डरना (Pediophobia)
यह डर बहुत ही तर्कहीन है. इस डर से पीड़ित व्यक्ति को गुड़िया के खिलौनों से डर लगता है. पीड़ित व्यक्ति गुड़िया के खिलौनों के साथ-साथ रोबोट जैसे दिखने वाले खिलौनों से भी डरता है. इस डर में पीड़ित व्यक्ति को लगता है कि गुड़िया का खिलौना जीवित हो उठेगा.
शैतान का डर (Demonophobia)
यह डर बहुत आसामान्य और डरावना होता है. यह डर उन लोगों में होता है, जो अलौकिक शक्तियों, आत्माओं में विश्वास रखते हैं. उनको भूतों के बारे में बातें करने से, भूतों की फिल्मों देखने में बहुत डर लगने लगता है.
दर्पण को देखने का डर (Eisoptrophobia)
यह डर बहुत ही भावनात्मक होता है. इस डर से पीड़ित व्यक्ति को दर्पण देखने से बहुत भय लगता है. पीड़ित व्यक्ति को दर्पण देखते समय बहुत ही चिंता होने लगती है. बेशक उसे पता
होता है कि यह चिंता तर्कहीन है. असल में यह डर अंधविश्वास पर आधारित डर है, इस डर से पीड़ित व्यक्ति को लगता है कि अगर वह दर्पण के सामने आएगा, तो वह अलोकिक दुनिया के साथ संपर्क में आ जायेगा.
बैठने का डर (Cathisophobia)
इस डर से पीड़ित व्यक्ति को कहीं पर बैठने से डर लगता है. इस डर कि शुरुआत उस समय होती है, अगर कोई व्यक्ति गलती से किसी बुरी चीज़ पर बैठ जाता है. जिसके बाद उसे बैठने से डर लगने लगता रहता है. लेकिन कई मामलों में यह डर पीड़ित में तब जन्म लेता है, जब उसको स्कूल के समय किसी प्रभावशाली व्यक्ति के सामने बैठने के लिए कहा जाता है.