बेवजह बिलकुल नहीं रोते है कुत्ते, आपको को देते है एक संदेश, जरूर पढ़ें
शास्त्रों के अनुसार कुतो की छठी इंद्री के कारण जब भी मनुष्य किसी विपदा में होता है तो उन्हें पहले ही पता चल जाता है इसलिए वह रोना शुरु कर देते हैं
इसीलिए कुत्ते की रोने की आवाज को अशुभ माना जाता है कुत्ते की रोने की आवाज से मनुष्य को यह पता चल पता चल जाता है कि कुछ बुरा होने वाला है वैसे तो दोस्तों कुत्तों का भौंकना आम बात होती है
जब दिन में कुत्ते आसमान की तरफ देख कर भौकते हैं या रोते हैं तो उसे अशुभ माना जाता है कुत्तों का आसमान की तरफ देख कर रोना भविष्य में सुखे का संकेत होता है
ये दो कारण पर भी ध्यान दें :
कंप्लेन करने के लिए
कुत्तों को अकेलापन और उपेक्षा बिलकुल पसंद नहीं होता। इसीलिए आप नोटिस कीजिए की कोई अपने पालतू कुत्ते को अकेला घर में बंद करके बाहर चला जाये या फिर उसको इग्नोर करे तो वे हाउल करते हैं। ये उनका शिकायत करने का तरीका होता है।
काई बार चिढ़ कर या गुस्से से
इस चिढ़ और गुस्से का ये मतलब नहीं है कि वो किसी को काटना चाह रहे है और गुस्से गुर्रा या भौंक रहे हैं। दरसल जब वो किसी चीज से इरिटेट हो रहे हों और अपनी नाराजगी जाहिर करना चाहते हों तो हाउल करते हैं। जैसे कुत्तों को तेज आवाजें, किसी खास किस्म का लाउड म्यूजिक या बर्तनों का पटकना फेंकना बिलकुल अच्छा नहीं लगता तो वे हाउल करते हैं।
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