ज्यादा चावल खाने से झेलने पड़ सकते हैं आपके शरीर को यह भारी नुकसान
आपको शायद पता होगा की चावल धान के बीज को कहते हैं। भारत में पके चावल को भात कहते है। चावल खाना लगभग सभी को पसंद है, और सभी लोग इसे बड़े ही चाव से खाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि यही चावल आपके शरीर को कुछ ऐसे नुकसान पहुंचाता है जिसके बारे में आपने कभी सोचा न होगा।अख्सर लोग चावल का सेवन लजीज पकवानों के साथ करते हैं। इसके अलावा यदि भोजन के थाली में चावल ना हो तो खाना अधूरा सा लगता है और यदि चावल थाली में हो तो बस देखकर ही लगता है कि अब पेट भर जाएगा। आप लोगों को शायद पता हो कि चावल दो प्रकार के होते हैं एक सफ़ेद और दूसरा पीले रंग का होता है जिसे ब्राउन राईस भी कहते हैं।
जिसमें से सफ़ेद चावल हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक होता है।
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ये दोनों चावल ही है तो इनके रंग में ये अंतर कैसे होता है।
वैसे शायद कुछ लोगों को इसके बारे में पता होगा।
लेकिन आपको बता दें कि सफ़ेद चावल के ऊपर की एक परत हो निकाल दिया जाता है।
जिसे आम भाषा में पॉलिश चावल कहते हैं, और इसी के विपरीत पीले चावल के ऊपर की परत को नहीं निकाला जा सकता है क्योंकि इसे पहले धान की स्थित में हल्की आंच पर पकाया जाता है जिससे इसकी परत सख्त हो जाती है।
आलस पैदा करता है- चावल का सेवन करने से हमारी बॉडी में शुगर का स्तर बढ़ने लगता है।
जिससे नींद आने लगती है और हमारे शरीर में आलस पैदा हो जाता है।
जो लोग अक्सर खाने के बाद काम करते हैं, उन्हें चावल का सेवन करना बंद करना चाहिए।
चावल से मोटापा
चावल के जगह अन्य अनाज का भी उपयोग जरूरत से ज्यादा किया जाए तो मोटापा बढ़ने के चांसेस होते हैं! भारत में यह धारणा बनी हुई है कि अगर आप चावल खाएंगे तो मोटे हो जाएंगे, जबकि चावल में फैट की मात्रा बहुत कम होती है तो कैसे मोटापा बढ़ा सकता है चावल! इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है अगर आप जरूरत से ज्यादा चावल खाएंगे और एक्सरसाइज नहीं करेंगे तो मोटापा आना तो लाजमी है!
सफ़ेद चावलों में विटामिन सी की मात्रा बिलकुल भी नहीं पायी जाती है।
जिसके कारण इसके सेवन से आपकी हड्डियां भी कमज़ोर हो सकती है.
डायबिटीज के रोगियों के लिए चावल नुकसानदायक साबित हो सकता है।
अत: ऐसे लोगों को चावल का अधिक सेवन नहीं करन चाहिए।
इसके अलावा अस्थमा के रोगियों को भी चावल से परहेज करना चाहिए, क्योंकि चावल की प्रकृति ठंडी होती है, जो सांस की तकलीफ दे सकती है।
शुगर लेवल का बढ़ना
चावल का ज्यादा सेवन करना मधुमेह से पीड़ितों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
ऐसा इसलिए क्योंकि चावल में ग्लूकोज की मात्रा काफी ज्यादा होती है।
इससे शुगर का स्तर हाई हो जाता है।
इसलिए मधुमेह के रोगियों को चावल का सेवन ना करने की सलाह दी जाती है।
अस्थमा से पीड़ित लोगों को चावल न खाने की सलाह दी जाती है।
इसका कारण यह हैं कि चावल की तासीर ठंडी होती है जिससे अस्थमा के मरीजों में सांस की समस्या पैदा हो सकती है। चावल खाने से अस्थमा की समस्या का खतरा 90 प्रतिशत तक बढ़ जाता है इसलिए जितना हो सकें।
अस्थमा के रोगी के लिए यहीं सही हैं कि वो चावल से दूर रहें।
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