केवल एक चम्मच सोने से पहले खाने से बड़े से बड़े गुप्त रोगों का मात्र एक इलाज धनिया और लहसुन

रोग निरोधक

एक मसाला तैय्यार कर हमेशा रसोई में रखें | सारी चीजें पीसी हुई – धनिया 30 ग्राम, जीरा 30 ग्राम, हल्दी 20 ग्राम, सोंफ 10 ग्राम, सोंठ 10 ग्राम और कालीमिर्च और तेजपत्ता भी 10-10 ग्राम लें दालचीनी 5 ग्राम अब सबको मिलाकर 2 चम्मच घी में भुने और कांच की शीशी में भर लें जब खाना परोसे तो हर सब्जी, चटनी की कटोरी पर थोड़ा सा यह मसाला डालें |

कफ, खांसी, दमा, टी.बी , रक्तप्रदर, सिप्लिस, छाले, बवासीर आदि रोगों में लाभ होगा और शरीर में ताकत बढ़ेगी | इस मसाले को आप हमेशा उपयोग में ले सकते हैं, यह आपको बीमारियों से दूर रखने में मदद करेगा |
पसीने के दुर्गन्ध नहीं आएगी हाथ पैर धोने स्नान के लिए धनिया और पानी अधिक मात्रा में लें | पचास ग्राम धनिया में स्वादानुसार पिसा काला नमक मिलाकर रखें | खाना खाने के बाद एक चम्मच धनिया पानी के साथ फांकी लें | इस तरह शरीर की आतंरिक खूबसूरती तो बढ़ेगी ही और इसके साथ-साथ शरीरिक स्वस्थता भी बनी रहेगी |

बहुत सारे औषधिय गुणों से भरपूर है लहसुन।
खाली पेट सेवन से लहसुन के गुण बढ़ जाते है।
डायरिया के इलाज के लिए कारगर होता है।
लोग इसे एक औषधि के रूप में जानते हैं।

लहसुन एक जड़ी बूटी है। भोजन को स्‍वादिष्‍ट बनाने वाले मसाले के रूप में इसका इस्‍तेमाल किया जाता है। लेकिन यह वास्‍तव में कई प्रकार की बीमारियों को रोकने और इलाज में काफी कारगर होता है। इसकी गंध बहुत ही तेज और स्वाद तीखा होता है। लहसुन में एलियम नामक एंटीबायोटिक होता है जो बहुत से रोगों के बचाव में लाभप्रद है। नियमित लहसुन खाने से ब्लडप्रेशर कम या ज्यादा होने की बीमारी नहीं होती। एसिडिटी की समस्‍या में इसका प्रयोग बहुत ही लाभदायक होता है। कई अध्‍ययनों से यह बात सामने आई है कि खाली पेट लहसुन का सेवन करने से इसकी शक्ति और भी बढ़ जाती है और यह बेहद मजबूत प्राकृतिक एंटीबायोटिक बन जाता है।

लहसुन के अन्य स्वास्थ्य लाभ

लहसुन श्वसन तंत्र के लिए अच्छा होता है: यह टीबी, दमा, निमोनिया, सर्दी, ब्रोंकाइटिस, पुरानी ब्रोन्कियल सर्दी, फेफड़ों में संक्रमण और खांसी की रोकथाम और इलाज के लिए अच्‍छा होता है।
ट्यूबरक्लोसिस की समस्‍या होने पर सुबह खाली पेट लहसुन खाना बहुत फायदेमंद होता है।

दांत के दर्द में लहसुन का सेवन फायदेमंद होता है। यदि कीड़ा लगने से दांत में दर्द हो तो आप लहसुन के टुकड़ों को गर्म करें और उन टुकड़ों को दर्द वाले दांत पर रखकर कुछ देर तक दबाएं। ऐसा करने से दांत का दर्द ठीक हो जाता है।
फ्लू यानी इन्फलुएन्जा में सुबह उठकर गर्म पानी के साथ लहसुन और प्याज का रस पीने से फ्लू से निजात मिलता है।
लहसुन पूरी तरह से एंटीबायोटिक है। इसलिए फोड़े होने पर लहसुन को पीसकर उसकी पट्टी बांधने से फोड़े मिट जाते हैं।
टीबी और खांसी जैसी बीमारियों को दूर करने में लहसुन लाभकारी है। लहसुन के रस की बूंदों को रूई में भिगोकर सूंघने से सर्दी ठीक हो जाती है।

धनिया और लहसुन को अच्छी तरह मिक्स करके पेस्ट बना ले। रात को सोने से पहले एक चम्मच खाएं। उसके 10 मिनट बाद एक गिलास दूध पीना है। ये विधि केवल एक हफ्ता करनी है।

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