इन बीजों को भिगोकर खा लो जीवनभर दवाइयों से बचे रहोगे
बीजों को भिगोकर आप कई लोगों से सुने होंगे की अंकुरित अनाज खाना फायदेमंद होता है इसमें पौष्टिकता ज्यादा होती है अंकुरित अनाज नियमित खाने से आप कई बिमारियों से बच सकते है लेकिन क्या आपको पता है कि अंकुरित अनाज में पौष्टिकता क्यों बढ जाती है अंकुरित अनाज केवल स्वास्थ्य के लिए ही फायदेमंद ही नहीं है बल्कि खाने मे भी स्वादिष्ट होता है। आप अंकुरित सलाद, ब्राउन ब्रेड के साथ अंकुरित सैंडविच या पास्ता आदि बना सकते हैं। अंकुरित करने के लिए चना, मूंग, गेहूं, मोठ, सोयाबीन, मूंगफली, मक्का, तिल, अल्फाल्फा, अन्न, दालें और बीजों को पानी में कुछ देर भिगो दें। आप चाहे तो इन्हें हल्का पकाकर या कच्चा भी खा सकते हैं।
बीजों को भिगोकर अंकुरित अनाज में क्यों बढ़ जाती है पौष्टिकता-
अनाज अंकुरित होने के बाद हमारा शरीर अंकुरित अनाज की फलियों और दालों को
सब्जियों के रूप में पहचान करता है अंकुरित अनाज की प्रक्रिया जीवित पौधों के रूप में बदल देती है
जिससे हमारे शरीर को पोषक तत्वों की प्राप्ति होती है साथ ही अनाज को पचाने में
लिवर को कम ताकत लगती है और अंकुरित अनाज जल्दी पाच जाता है.
कौन से अंकुरित अनाज खाने क्या लाभ होता है-
1 .चना-अंकुरित अनाजों में लोग या डॉक्टर चना खाने की सलाह देते है
क्योंकि चना में विटामिन बी 6 अच्छी मात्रा में होता है जो हारमोंस के उत्पादन
और न्यूरोट्रांसमीटर के निर्माण में उपयोगी है चने में प्रोटीन अधिक और बसा की मात्रा कम होती है
काबुली चने में फाइबर,कार्बोहाइड्रेट,विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं जो पाचन तंत्र को ठीक रखते है
और ह्रदय रोगों का खतरा कम हो जाता है.
2 .मेथी-मेथी में डायबिटीज,रुमेटाइड अर्थराइटिस को कम करने की शक्ति होती है
साथ ही तंत्रिका तंत्र के लिए भी अच्छे होते है इसलिए अंकुरित मेथी का सेवन करना चाहिए.
3 .दाल-अंकुरित दालों में फोलेट और पोटेशियम की अच्छी मात्रा होती है जो आयरन की नई उत्पादन और कोशिकाओं के निर्माण में मदद करते हैं.
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