अजवाईन खाने के बहुत से है फायदे, गंभीर से गंभीर बिमारियों में लाभदायक

जैसा की आप लोग जानते है रसोईघर घरो में खाने क स्वादिष्ट बनाने के लिये अजवाईन का अक्सर उपयोग किया जाता है। इसे संस्कृत में उग्रगंधा भी कहते है। अजवाईन के बहुत से स्वास्थकारी और औषधीय लाभ है। पेट से संबंधित बीमारियों के लिये यह एक अच्छी औषधि है। इसके बीज, तेल, फुल और सार का उपयोग बहुत सी बीमारियों में औषधि के रूप में किया जाता है। शरीर के अंदर के कीड़ो को मारने के लिये यह एक प्रभावशाली औषधि है।

आइए जानते है अजवाईन से होने वाले फायदे

गर्भ के समय में होने वाली पाचक संबंधी परेशानी और गर्भवती महिलाओ के लिये सहायक –
अजवाईन के बीज में वो सभी एंटीओक्सिडेंट गुण होते है जो गर्भवती महिलाओ के लिये उपयोगी होते है। असल में देखा जाये तो अजवाईन के बीज खाद्य पदार्थो की पचन क्रिया में सहायक है। गर्भवती महिलाओ की कमजोर हड्डियों और शारीरक कमजोरी को दूर करने में भी अजवाईन सहायक है। अजवाईन के बीज गर्भवती महिलाओ के शरीर को भीतर से मजबूत बनाते है और उन्हें ताकत देते है। अभ्यास से यह भी पता चला है की जो महिलाये अपने बच्चो को स्तनों का दूध पिलाती है उनके लिये अजवाईन के बीज बहुफलदायक है।

डायबिटीज के मरीजो के लिये अजवाईन के बीज के फायदे –
अजवाईन के बीज डायबिटीज को कम करने में सहायक है, दिन में दो बार रोजाना अजवाईन के बीज का सेवन करने से डायबिटीज की समस्या से छुटकारा मिलता है।

अजवाईन और वजन कम कराना –
साधारणतः इसके बीज में वजन कम करने की क्षमता नही होती है। अजवाईन के बीजो में भूक को बढ़ाने के गुण होते है तो डाइट करने वाले लोगो के लिये फायदेमंद नही है। अजवाईन भले ही आपके थोड़े से वजन को कम कर सकती है लेकिन कम किया हुआ यह वजन ज्यादा समय तक टिक नही पाता। और कुछ समय बाद फिर से आपक वजन बढ़ जाता है।

पाचक में सहायक –
पारंपरिक रूप से अजवाईन को एक अच्छा पाचन खाद्य माना जाता है। अपचन की वजह से उदरीय असुविधा के समय में अजवाईन एक औषधि का काम भी करती है। इसके साथ ही विशाल जानवरों के उदार में जब पाचन संबंधी समस्या होती है तब भी उसके इलाज के लिये अजवाईन का उपयोग किया जा सकता है। अपच से होने वाले दस्त और पेचिश की समस्या को दूर करने के लिये भी अजवाईन का उपयोग किया जाता है। इसके लिये आपको 1 कप पानी में 1 चम्मच अजवान के बीज को उबाले और उबालने के बाद पानी को ठंडा होने दीजिये और फिर उस पानी को पी लीजिये। यह हर्बल पेय पाचन क्रिया से संबंधित सभी समस्याओ को दूर करता है। आप अपच से संबंधित समस्या को दूर करने के लिये सीधे अजवाईन के बीज को थोड़ी सी शक्कर के साथ भी खा सकते हो। इससे आपको पेट दर्द और पेट से संबंधित दूसरी समस्याओ से भी राहत मिलेंगी।

नवजात शिशुओ के लिये पेट के दर्द से संबंधित उपाय –
अजवान के बीज का उपयोग नवजात शिशुओ के पेट के दर्द को कम करने के लिये भी किया जाता है। सुखी अजवाईन को आप दूध में डालकर भी शिशुओ को पिला सकते हो। इससे नवजात शिशु का पाचन तंत्र विकसित होंगा और शिशु स्वस्थ रहेंगा। पेट में गैस के निर्माण और अपचन की वजह से ही पेट का दर्द होता है लेकिन एक चम्मच अजवाईन को 2 से 3 चुटकी साधारण नामक के साथ गर्म पानी में घोलकर लेने से भी पेट के दर्द संबंधित बीमारी दूर होती है।

जुखाम से तुरंत छुटकारा –
जुखाम की समस्या से निजात पाने के लिये भी भारतीय घरो में अजवाईन का उपयोग किया जाता है, एक कपडे में अजवाईन पाउडर को बांधे और रोज़ उसकी गंध लेते रहे, इसे आपकी नसों में हुए ब्लॉकेज खुल जायेंगे और जुखाम की समस्या भी दूर होंगी। सोए समय अजवाईन को अपने तकिये के नजदीक रखने से भी आपकी कई स्वास्थकारी फायदे हो सकते है।या फिर आप अजवाईन और गुड के मिश्रण को लेकर उसका एक पेस्ट बनाये। इस पेस्ट को एक-एक चम्मच के प्रमाण में दिन में कम से कम दो बार लेने की कोशिश करे। इससे आपको लंबे समय तक चलने वाली बीमारी जैसे अस्थमा से छुटकारा मिल सकता है। कफ की समस्या से बचने के लिये अजवाईन के बीजो को चबाये और तुरंत एक कप गर्म पानी पिए इससे आपको कफ से निजात मिलेंगा।

ह्रदय की समस्या से छुटकारा –
यदि अजवाईन का सेवन एक कप गर्म पानी के साथ किया जाये तो यह ह्रदय को क्रियाशीलता प्रदान करता है और सुचारू रूप से काम करने देता है। इसके साथ ही ह्रदय से संबंधित दूसरी समस्याओ में भी अजवाईन फायदेमंद साबित होती है।

दर्दभरे दाँत और कान –

अजवाईन के तेल का एक बूंद कानो में डालने से यह कानो के दर्द से निजात दिलाता है। एक कप पानी में एक चम्मच अजवाईन और 1 चम्मच नामक डालकर उसे उबाले। अब उबले हुए पानी को ठंडा होने दीजिये। अब इस पानी से कुल्हा कीजिये, इससे आपके दाँतो के अंदर के कीड़े मारे जायेंगे और दाँत भी स्वस्थ और साफ़ रहेंगे। एक प्रक्रिया को रोज़ कुछ ही मिनटों तक करते रहे।

गठिया रोग से बचाता है –
अजवाईन में एक अ-उत्तेजनक गुण होते है और इसीलिए इसका उपयोग मांसपेशियों को शांत करने के लिये किया जाता है। प्रभावशाली लाभ पाने के लिये अजवाईन के तेल को प्रभावशाली भाग पर लगाकर रगड़े। अजवाईन के तेल और बीज से कई तरह के दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है।

अजवाईन कामोत्तेजक है –
अजवाईन एक प्राकृतिक कामोत्तेजक जड़ी-बूटी है। अजवाईन में यौन कामेच्छा को विकसित करने का गुण भी होता है। अजवाईन वीर्य के निर्माण में भी सहायक है।

क्षय निरोधक अजवाईन –
अजवाईन का उपयोग क्षय निरोधक के रूप में भी किया जाता है। अजवाईन त्वचा के इन्फेक्शन को दूर करती है। अजवाईन के बीज में पाया जाने वाला थिमोल एक शक्तिशाली जर्मीसाइड और फंगीसाइड है। अजवाईन के तेल का उपयोग टूथपेस्ट और परफ्यूम में डालकर भी किया जा सकता है। अजवाईन की पत्तियों कओ पीसकर यदि इन्फेक्शन वाली जगह पर लगाया जाये तो इससे जल्दी राहत मिलती है।

मांसपेशियों की ऐठन –
अजवाईन में एक अ-खिचावयुक्त गुण होते है, अजवाईन में पाये जाने वाले थिमोल की वजह से ही उसमे ये सारे गुण होते है। अजवाईन के बीजो से निकलने वाले थिमोल का उपयोग पेट के दर्द, अस्थमा, मांसपेशियों के खिचाव, मरोड़, गठिया, गठिया रोग और दर्द से निजात पाने के लिये भी किया जाता है। महिलाओ में होने वाले मासिक खिचाव के समय भी अजवाईन के बीज लाभदायक है।

अजवाईन एक जीवाणुरोधी बीज है –
अजवाईन के बीजो से बदबूदार साँस से भी छुटकारा पाया जा सकता है।अजवाईन में पाया जाने वाला थिमोल माउथ वाश का काम करता है। साधारणतः अजवान के बीजो को सौफ के बीज के साथ लेने से बदबूदार साँस से छुटकारा मिलता है।

श्वास संबंधी समस्या को ठीक करती है –
अजवाईन श्वास संबंधित इन्फेक्शन जैसे अस्थमा से निजात दिलाने में भी सहायक है। जो लोग अस्थमा की बीमारी से जूझ रहे है उन्हें अजवाईन को सिर्फ चबाने की जरुरत है और साथ ही इसके बाद हल्का गर्म पानी पाइन की जरुरत है। अस्थमा वाले मरीज को इस क्रिया को रोज़ सुबह उठने के बाद दोहराना चाहिये। इसके साथ ही आप अजवाईन के बीज को एक गर्म बर्तन में गर्म भी कर सकते हो और उससे निकलने वाली गर्म वाष्प को भी आप ग्रहण कर सकते हो। इससे आपको मांसपेशियों संबंधित समस्या से छुटकारा मिलेंगा।

किडनी और लीवर की समस्या के लिये उपयोगी अजवाईन –
आयुर्वेदिक औषधियों में अजवाईन का उपयोग किडनी और लीवर की समस्या को ठीक करने के लिये किया जाता है। इसके साथ ही आयुर्वेदिक औषधियों में इसका उपयोग पेट से संबंधित समस्याओ से निजात पाने के लिये भी किया जाता है।अल्कोहल की तृष्णा को मिटाने के लिये भी आप अजवाईन को चबा सकते हो।

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