इस खिलाड़ी ने भारत को अकेले हराया पर RR ने नही दिया इस खिलाड़ी को मौका
बात 21 फरवरी 2018 की है, जब भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सेंचुरियन में दूसरा टी-20 मैच खेला गया। जिसमें दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। भारत ने शिखर धवन की 24 रन, सुरेश रैना की 31 रन, मनीष पांडे की 79 रन और धोनी की 52 रन की पारियों से 188/4 रनो का विशाल टार्गेट सेट किया। भारत को लगा कि यह मैच आसानी से जीत जाएगी, लेकिन होना कुछ और ही था।
दक्षिण अफ्रीका जब लक्ष्य को चेस करने उत्तरी तो मात्र 38 रन में दो खिलाड़ी आउट हो गए। जिससे मैच साफतौर पर भारत की तरफ जाता दिखा रहा था। तब हुआ कुछ ऐसा, जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की।
भारतीय टीम अपने स्टार स्पिनर बॉलर चहल के साथ खेल रही थी। तभी नए खिलाड़ी हैनरिच क्लाससेन आए। जिन्होंने चहल के 12 गेंद पर 5 छक्के जड़ 41 रन कूट डाले। तब से मैच पर अफ्रीका की पकड़ हो गई। उसके क्लाससेन ने और दो छक्के जड़ यानि कुल 7 छक्के जड़कर 30 गेंद में 69 रन बना डाले।
जिसके बाद दक्षिण अफ्रीका टीम 6 विकेट से जीत दर्ज की।
इस मैच के बाद भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है, उनकी अंतिम पाँच पारियाँ इस प्रकार थी-43*, 39, 22, 16, 69
फिर भी राजस्थान रॉयल्स ने इन्हें अबतक खेले गए तीन मैच में किसी में भी जगह नहीं दिया, जो थोड़ा अजीब सा लगता है।
आखिर क्यों क्लाससेन मौका देना चाहिए
1.हेनरिच क्लाससेन स्पिन के शानदार बैट्समेन है, वे स्पिन बॉलर के पीछे भूखे शेर की तरह पड़ते है, क्योंकि वे स्पिन खेलने में महारथ हासिल कर चुके है।
2.इस आईपीएल में फास्ट बॉलर की बजाय राशीद खान, सुनील नारायण जैसे स्पिन बॉलरों का ज्यादा प्रभाव देखा जा रहा है। जिसके विरुद्ध क्लाससेन अच्छा खेल सकते है।
3.वैसे यह चौथे नंबर पर खेलना पसंद करते है, पर इन्हें किसी भी स्थान पर खिलाया जा सकता है और तेजी से स्पिनर के खिलाफ रन बना सकते है।
दोस्तों आपको क्या लगता है, स्पिन बॉल को शानदार खेलने वाले क्लाससेन मौका देना चाहिए?